संस्थान की कलम से ...


कौशल विकास प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रबंधक के रूप में लिखते हुए मुझे अपार प्रसन्नता है कि वर्षो से मेरे मन में सुसुप्त कल्पना, मेरे गाँव में पूरी हुई। मेरी माँ की प्रेरणा एवं विभिन्न सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थानों में काम करते हुए मेरे मन में था की ईश्वर ने यदि मुझे सक्षम एवं दक्ष बनाया तो मैं गाँव के लिए अवश्य ही कुछ करूँगा। मेरा मानना है की " मेरा ग्राम ही मेरा धाम है" एवं उस धाम के लिए हर व्यक्ति को कुछ न कुछ अवश्य करना चाहिए। गाँव की बेरोजगारी, विवशता , निर्धनता, निरक्षरता एवं विषमता को देखते हुए खैरात बांटना कोई समाधान नहीं है, अपितु लोगों को तकनिकी दृष्टि से कुशल बनाना एवं उनके रोजगार में सहयोगी बनाना है, समस्या का समाधान है। अपने प्रधानमंत्री 'नरेंद्र मोदी जी' के कौशल विकास के विज़न एवं मिशन ने , इस दिशा में और ऊर्जा दिया एवं संस्थान आपसी सहयोग से मूर्त रूप ले सका।

मेरी स्वर्गीया माता योगिनी देवी की स्मृति में स्थापित 'योगिनी देवी मेमोरियल ट्रस्ट' द्वारा संचालित इस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना को मूर्त रूप लेने में मेरे दिवंगत भ्राता स्वर्गीय कामता सिंह की छाया मुझे समाजोन्मुखी होने के लिए दिशा बोध करती है, जिनके नाम पर ही इस स्थल का नाम 'कामता कुञ्ज' रखा गया है। संस्थान कहाँ तक मेरी अपेक्षाओं एवं आकांक्षाओं को पूरा कर पायेगा, मैं भविष्य नहीं बता सकता। लेकिन मेरा अटूट विशवास है, सकारात्मक सोच के साथ स्थापित यह संस्थान ग्रामीण युवकों को कुशलता एवं तकनिकी दृष्टि से सक्षम एवं दक्ष बनाकर देश को दुनिया में शिखर पर पंहुचाने में एक सार्थक प्रयास सिद्ध होगा। हमें अति प्रसन्नता होगी यदि आप हमें नए रचनात्मक सुझावों से अवगत कराएँगे।

सधन्यवाद

राकेश कुमार सिंह
प्रबंध निदेशक
प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह
प्रबंधक
   

 

Kaushal Vikas ITI